अनदेखी : छत्तीसगढ़ सरकार 1.5 रु. किलो के भाव से गोबर के ऊपले खरीद रही, फिर भी विक्रेताओं ने कई क्वि
Samachar Jagat
इंटरनेट डेस्क। छत्तीसगढ़ सरकार ने पिछले साल गाय के गोबर को लेकर राज्य में एक योजना शुरू की थी। गौधन न्याय योजना नाम से शुरू की गई इस स्कीम में राज्य सरकार ने राज्य के लोगों से 1.5 रु. किलो के भाव से गाय के ऊपले खरीद रही है। लेकिन इसी बीच शुक्रवार को राज्य में एक नया मामला सामने आया जिसमें राज्य के कुछ ऊपला (कंडे) विक्रेताओं ने सरकार का विरोध किया।
Chhattisgarh: Cow dung vendors in Rajnandgaon stage protest demanding to resume a nearby cow dung procurement centre
— ANI (@ANI) January 22, 2021
"We can't go far to sell cow dung. We want to sell it to our nearby centre only," says a vendor pic.twitter.com/LoadZh0gRV
प्रदर्शन के दौरान लोगों ने कई क्विंटल गाय का गोबर ऐसे ही सड़क पर फेंक दिया। साथ ही कुछ महिलाओं ने भी ठेले सड़क के बीचोबीच खडे़ करके प्रदर्शन किया।
ये मामला छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले का है। राजनांदगांव में गोबर विक्रेताओं ने पास के ऊपला खरीद केंद्र को फिर से शुरू करने की मांग की। एक विक्रेता ने बताया कि हम गाय के ऊपलों को बेचने के लिए बहुत दूर नहीं जा सकते। हम इसे केवल अपने नजदीकी केंद्र पर ही बेचना चाहते हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार ने पिछले साल 25 जून को ये योजना शुरू की थी। शुरू में इस योजना को अच्छा बताया गया लेकिन धीरे-धीरे इसमें अनियमितता व सही क्रियान्वयन का अभाव नजर आता गया।